शिमला/PM Shree School: विविध क्षेत्र में काम करने वाली अदाणी पोर्टफोलियो की सीमेंट और निर्माण सामग्री कंपनी अंबुजा सीमेंट्स द्वारा समर्थित तीन स्कूलों को वर्ष 2023-24 के लिए ‘स्कूल ऑफ एक्सीलेंस’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। ये स्कूल हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के अर्की और धुंदन ब्लॉक में स्थित हैं। इनमें से एक स्कूल को भारत सरकार द्वारा शुरू की गई पीएम स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया (पीएमएसएचआरआई) के तहत भी सूचीबद्ध किया गया है। यह दरअसल एक केंद्र प्रायोजित योजना है। प्रतिष्ठित योग्यता के लिए निर्धारित कड़े मानदंडों को पूरा करने पर इसे 2 करोड़ रुपये की धनराशि मिलेगी।
PM Shree Schoo: विभिन्न मापदंडों को पूरा किया
सोलन जिले के अर्की ब्लॉक में राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल (जीएसएसएस) चंडी को ‘पीएम श्री स्कूल’ के रूप में आवेदन करने और सूचीबद्ध होने के बाद 2 करोड़ रुपये की मौद्रिक सहायता मिलेगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत परिकल्पित 60 विभिन्न मापदंडों को सफलतापूर्वक प्राप्त करने के बाद स्कूल का चयन किया गया है। अंबुजा सीमेंट्स ने अपने सीएसआर प्रयासों के तहत स्कूल को बुनियादी ढांचे, खेल का मैदान, खेल सामग्री, किचन गार्डन को बढ़ावा देने और एक्सपोजर विजिट के साथ समर्थन दिया है। प्राप्त पुरस्कार राशि स्कूल परिसर में सौर पैनलों और अन्य सुविधाओं के विकास पर खर्च की जाएगी, जिससे इसके सस्टेनेबिलिटी फैक्टर को और बढ़ाया जा सकेगा।
‘स्कूल ऑफ एक्सीलेंस’ पुरस्कार
इस बीच, जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान (डाइट), सोलन ने हाल ही में जिला सोलन के धुंदन ब्लॉक में सरकारी केंद्रीय प्राथमिक विद्यालय (जीसीपीएस) दरलाघाट के साथ-साथ जीसीपीएस चंडी और अर्की ब्लॉक में जीएसएसएस चंडी को ‘स्कूल ऑफ एक्सीलेंस’ पुरस्कार से सम्मानित किया। जीसीपीएस दरलाघाट और जीसीपीएस चंडी को उनकी शैक्षणिक और सह-पाठ्यचर्या उपलब्धियों के लिए चुना गया है, जबकि जीएसएसएस चंडी को इसके असाधारण शैक्षणिक परिणामों के लिए सम्मानित किया गया, जिसमें उसके विद्यार्थियों को राज्य स्तर पर टॉप-10 स्टूडेंट्स की सूची में स्थान मिलना भी शामिल है।
अंबुजा सीमेंट्स 49 स्कूलों को करता सपोर्ट
अंबुजा सीमेंट्स अपनी सीएसआर शाखा, अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन (एसीएफ) के माध्यम से वर्तमान में सोलन के धुंदन और अर्की ब्लॉकों में 49 विभिन्न स्कूलों को सपोर्ट करता है। अंबुजा इन स्कूलों को बच्चों के लिए बेहतर शिक्षण वातावरण बनाने के लिहाज से बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर और अन्य संसाधनों के साथ समर्थन देकर उनके लिए उपयोगी और आवश्यक वातावरण बनाता है। एसीएफ स्वच्छता और जल-उपयोग दक्षता पर विभिन्न जागरूकता सत्र भी आयोजित करता है, शिक्षकों की क्षमता निर्माण के साथ-साथ शारीरिक शिक्षा को बढ़ावा देता है, और इन स्कूलों में छात्रों का वार्षिक बेसलाइन और अक्सर एंडलाइन मूल्यांकन करता है, जिससे सभी मापदंडों पर लगातार विकास सुनिश्चित होता है।
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