जमशेदपुर/Railway Underpass: पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका प्रखंड में हाता के समीप से टाटा-बदामपहाड़ रेल मार्ग है। यहां पहले रेलवे फाटक था, जिसे रेलवे ने बंद कर दिया है। इसके साथ ही वहां रेलवे ने 200 मीटर लंबा अंडरपास यानी सुरंग वाला रास्ता बना दिया है। इसका उद्धाटन लगभग एक माह पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन किया था। समस्या यह है कि एक माह में ही यह अंडरपास स्थानीय निवासियों के लि जी का जंजाल बन गया है।
खराब गुणवत्ता की वजह से अंडरपास की सड़क जर्जर हो गई है। गिट्टी उखड़ रहे हैं, जिससे धूल तो उड़ ही रही है, अंडरपास के ऊपर छत नहीं होने से बाहर की धूल भी यहां जमा होती है। इसकी वजह से बच्चे, अभिभावक व स्थानीय निवासी वायु प्रदूषण के शिकार हो रहे हैं।
Railway Underpass: इन स्कूलों के बच्चे गुजरते
यह अंडरपास जहां बना है, उससे होगर विद्या भारती इंग्लिश स्कूल, नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल, गिरि भारती हाई स्कूल और प्लस टू विद्या निकेतन उच्च विद्यालय के हजारों बच्चे एवं स्थानीय लोग तथा बच्चों के अभिभावक गुजरते हैं।
Railway Underpass: क्या कहते हैं लोग
स्थानीय निवासी अंकुश मंडल कहते हैं कि उद्घाटन होते ही अंडरपास की गुणवत्ता को लेकर शिकायत शुरू हो गई थी। इसके बाद ठेकेदार ने कई जगह मरम्मत की, लेकिन ढलाई ठीक नहीं होने से अब गिट्टी उखड़ने लगी है। इसके कारण सीमेंट का डस्ट हवा में फैल रहा है। बच्चों सहित अन्य लोग नाक-मुंह ढंक कर अंडरपास से गुजरते हैं। धूल की अधिकता से दिन में भी ठीक से रास्ता नहीं दिखता है। यदि इस पर तत्काल ध्यान नहीं दिया गया, तो सभी लोग गंभीर बीमारी के शिकार हो जाएंगे।
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